20 जिलों में फैला कोरोना संक्रमण, मुख्यमंत्री शिवराज ने परेशानी के लिए जनता से मांगी माफी; कहा- घर से बाहर न निकलें

भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉकडाउन के दौरान हो रही परेशानियों को लेकर प्रदेश की जनता से माफी मांगी है। उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कई जरूरी चीजों की कमी के कारण आपको परेशानी हो सकती है। प्रशासन आवश्यक चीजों को आप तक पहुंचाने का पूरा प्रयास कर रहा है। फिर भी आपको कष्ट तो हो ही रहा है। उस कष्ट के लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं, लेकिन आज अगर हम कष्ट सह लेंगे तो कल इस बीमारी को परास्त कर बाहर निकलेंगे।"


प्रदेश के 18 जिलों के 46 जगहों को सील किया है। मुख्यमंत्री ने इंदौर को अलग-अलग जोन में बांटने का निर्णय लिया है। सभी जोन में एक अफसर को जिम्मेदारी दी गई है। प्रदेश के 20 जिलों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है। कोरोना मरीजों की कुल संख्या 453 पहुंच गई है। इसमें 36 की मौत हो गई है।


अब 1000 टेस्ट रोजाना हो रहे हैं : शिवराज 
शिवराज ने कहा कि यदि कोरोना के लक्षण हैं, तो हेल्पलाइन 104 अथवा 181 पर तत्काल सूचना दें। जब मैं मुख्यमंत्री बना तब कोरोना टेस्टिंग की व्यवस्था ही नहीं थी। एक लैब थी और केवल 60 टेस्टिंग होती थीं। अब 1000 से ज्यादा टेस्ट रोजाना हो रहे हैं। मास्क लगाना प्रदेश में अनिवार्य कर दिया गया है।


अमला थके नहीं, इसलिए आराम भी दिया जाए 


प्रदेश में कोरोना के इलाज के लिए 28 डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाए गए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कार्य में लगा हुआ शासकीय अमला थके नहीं, उन्हें आराम देने की व्यवस्था की जाए। साथ ही दूसरी टीम को कार्य में लगाया जाए। कोरोना नियंत्रण के लिए प्रत्येक जिले में गठित किए गए आपदा प्रबंधन समूह प्रभावी ढंग से कार्य करें तथा अपने जिलों की स्थिति का आकलन कर वहां सर्वश्रेष्ठ व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।


अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करें


मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सोशल मीडिया आदि पर अफवाह फैलाने वालों पर दंडात्मक कार्यवाही की जाए। प्रदेश के मजदूरों एवं बाहर से यहां आई मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण तथा उनके लिए खाद्यान्न, भोजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। लटेरी, झिरनिया तथा ग्वालियर से एक-एक प्रवासी मजदूर के  संक्रमित होने की सूचना आई है। इन प्रकरणों में समुचित इलाज तथा अन्य सावधानियां सुनिश्चित की जाए।


हाइड्रो क्लोरोक्वीन गोलियों का स्टॉक 4 लाख 20 हजार 
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संबंधी पर्याप्त चिकित्सा सामग्री उपलब्ध है। प्रदेश में 7 टेस्टिंग लैब कार्य कर रहे हैं जिनमें 1000 से अधिक प्रतिदिन टेस्ट की क्षमता है, अगले सप्ताह तक यह 1200 प्रतिदिन पहुंच जाएगी। वितरण उपरांत भोपाल स्टोर में उपलब्ध टेस्टिंग किट्स की संख्या 6000, पीपीई टिकट्स की संख्या 3280, एन 95 मास्क की संख्या 9500 तथा थ्री लेयर मास्क की संख्या 97000 है। हाइड्रा क्लोरोक्वीन गोलियों की संख्या 4 लाख 20 हज़ार 500 है।