विधायक बोले- सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद फ्लोर टेस्ट हो जाएगा, हमें कोई फिक्र नहीं

मध्यप्रदेश में सत्ता के सियासी घमासान के बीच भाजपा और कांग्रेस के विधायक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस ने होटल मैरियट में विधायकों को ठहरा रखा है। दूसरी तरफ भाजपा ने अपने विधायकों को ग्रेसेस रिसॉर्ट और क्रिसेंट रिसॉर्ट में रखा है। ग्रेसेस रिसॉर्ट में 50 और क्रिसेंट रिसॉर्ट में 4 कमरों को बुक कराया गया है। भाजपा विधायकों का कहना है कि हमें कोई फिक्र नहीं है, सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद विधानसभा में फ्लोर टेस्ट हो जाएगा।


सोमवार शाम भाजपा के 100 से ज्यादा विधायक दिल्ली जाने के लिए भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे थे, लेकिन तभी राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से 17 मार्च को ही फ्लोर टेस्ट कराने काे कहा था। इस वजह से भाजपा ने अपने विधायकों को एयरपोर्ट से दो अलग-अलग रिसॉर्ट में शिफ्ट कर दिया। शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्र यहां रातभर रहे। शिवराज सुबह 11:15 बजे होटल से बाहर आए। उन्होंने कहा कि अल्पमत की सरकार निर्णय कैसे ले रही है, इस पर ताज्जुब हो रहा है। तबादले हो रहे हैं, आयोगों में नियुक्तियां हो रही हैं। ये चला-चली की बेला है। हम राज्यपाल से मुलाकात कर इन फैसलों पर विरोध दर्ज कराएंगे।


सुबह 11 बजे सभी विधायकों को एक जगह बुलाया गया


शिवराज ने सुबह 10 बजे ग्रेसेस रिसॉर्ट में विधायकों के साथ बैठक ली। बताया जा रहा है कि इसमें उन्होंने भाजपा की अगली तैयारियों के बारे में चर्चा की। भाजपा के विधायक जिन दो रिसॉर्ट में ठहरे हैं, उन दोनों रिसॉर्ट में करीब 5 किमी की दूरी है। सुबह करीब 11 बजे क्रिसेंट रिसॉर्ट से बाकी विधायकों को भी ग्रेसेस रिसोर्ट बुला लिया गया। यह विधायक दो गाड़ियों में पहुंचे। इनके साथ इंदौर के विधायक रमेश मेंदोलाऔर पूर्व मंत्री जगदीश देवड़ा हैं। बाहर मीडियाकर्मियों से बातचीत में रमेश मेंदोला ने कहा कि- हमें किसी तरह की कोई चिंता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ जाएगा और उसके बाद फ्लोर टेस्ट होगा। भाजपा विधायक करन सिंह वर्मा भी सुबह रिसॉर्ट पहुंचे। लेकिन सुरक्षाकर्मी उन्हें पहचान नहीं पाए। इसके चलते उन्हें रोक लिया। बाद में उन्होंने अपना परिचय दिया, तब उन्हें अंदर जाने दिया गया। दोपहर को इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय की पत्नी भी बच्चे के साथ रिसॉर्ट पहुंचीं।